20 फरवरी 2024 को जारी
ईपीएफओ के अनंतिम पेरोल डेटा से पता चलता है कि ईपीएफओ ने दिसंबर 2023 में 15.62 लाख सदस्य जोड़े हैं, जो पिछले तीन महीनों में सबसे अधिक है। यह नवंबर 2023 की तुलना में 11.97% और दिसंबर 2022 की तुलना में 4.62% की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि
विभिन्न कारकों के कारण संभव हुई है, जिसमें रोजगार के
अवसरों में वृद्धि, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती
जागरूकता और ईपीएफओ आउटरीच कार्यक्रमों की प्रभावशीलता शामिल हैं।
मुख्य बिंदु:
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नवंबर 2023 की तुलना में 11.97%
की वृद्धि: दिसंबर 2023 में 15.62 लाख सदस्य जोड़े गए, जो नवंबर 2023 में 13.94 लाख
की तुलना में 11.97% अधिक है।
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दिसंबर 2022 की
तुलना में 4.62% की वृद्धि: दिसंबर
2023 में 15.62 लाख सदस्य जोड़े गए, जो दिसंबर 2022 में 14.95 लाख
की तुलना में 4.62% अधिक है।
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पिछले तीन महीनों में सबसे अधिक: दिसंबर
2023 में 15.62 लाख सदस्य जोड़े गए, जो पिछले तीन महीनों में सबसे अधिक है।
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विभिन्न कारकों के कारण वृद्धि: यह
वृद्धि विभिन्न कारकों के कारण संभव हुई है, जिसमें रोजगार
के अवसरों में वृद्धि, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती
जागरूकता और ईपीएफओ आउटरीच कार्यक्रमों की प्रभावशीलता शामिल हैं।
विस्तृत विश्लेषण:
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18-25 आयु वर्ग का सबसे बड़ा हिस्सा: दिसंबर
2023 में जोड़े गए कुल सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग का 57.18% हिस्सा था।
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सभी क्षेत्रों में वृद्धि: सभी
क्षेत्रों में सदस्यता में वृद्धि देखी गई, जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक
और हरियाणा से सबसे अधिक सदस्य जुड़े।
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ईपीएफओ की पहल का प्रभाव: ईपीएफओ
द्वारा शुरू की गई विभिन्न पहलों, जैसे कि ई-श्रम
पोर्टल और आउटरीच कार्यक्रमों, ने सदस्यता में वृद्धि
में योगदान दिया है।
निष्कर्ष:
दिसंबर 2023 में
ईपीएफओ द्वारा 15.62 लाख सदस्यों को जोड़ना एक सकारात्मक
विकास है। यह रोजगार सृजन और कर्मचारी लाभों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को
दर्शाता है। ईपीएफओ भविष्य में सदस्यता को और बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।