परिचय:
हाल ही में, झारखंड
में एचपीसीएल गैस नेटवर्क की आधारशिला रखी गई। यह राज्य के ऊर्जा क्षेत्र में एक
क्रांतिकारी कदम है। यह परियोजना न केवल ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक विकास को बढ़ावा
देगी, बल्कि लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार करेगी।
परियोजना के प्रमुख पहलू:
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निवेश: 1750 करोड़ रुपये का
निवेश
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क्षेत्र: गोड्डा, दुमका, पोरियाहाट, शिकारीपाड़ा,
जरमुंडी, महगामा, पथरगामा,
जामताड़ा, मिहिजाम, पाकुड़,
लिटिपारा और साहिबगंज
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गैस नेटवर्क: 370 किलोमीटर
स्टील और एमडीपीई से युक्त मजबूत गैस नेटवर्क
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सीएनजी स्टेशन: 100 सीएनजी
स्टेशनों की स्थापना
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रोजगार: 10,000 से अधिक लोगों को
रोजगार
परियोजना के लाभ:
ऊर्जा सुरक्षा:
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यह परियोजना राज्य की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत
करेगी।
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झारखंड वर्तमान में अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को
पूरा करने के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर है।
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एचपीसीएल गैस नेटवर्क राज्य को अपनी ऊर्जा
आवश्यकताओं को पूरा करने में अधिक आत्मनिर्भर बनाएगा।
आर्थिक विकास:
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यह परियोजना औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी
और रोजगार सृजन करेगी।
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सीएनजी और पाइप्ड गैस जैसे स्वच्छ ईंधन की
उपलब्धता उद्योगों को स्थापित करने और विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
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इससे राज्य में रोजगार के अवसरों में वृद्धि
होगी।
स्वच्छता:
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यह परियोजना वायु प्रदूषण कम करेगी।
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सीएनजी और पाइप्ड गैस पारंपरिक ईंधन की तुलना
में अधिक स्वच्छ जलती हैं।
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इससे राज्य में वायु गुणवत्ता में सुधार
होगा।
जीवन स्तर में सुधार:
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यह परियोजना लोगों को स्वच्छ और सुविधाजनक
ईंधन प्रदान करेगी।
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सीएनजी और पाइप्ड गैस का उपयोग खाना पकाने, गर्म पानी
और अन्य घरेलू कार्यों के लिए किया जा सकता है।
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इससे महिलाओं को सशक्त बनाने और लोगों के
जीवन स्तर में सुधार करने में मदद मिलेगी।
उदाहरण:
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देवघर: इंडियन ऑयल की पीएनजी
परियोजना 6 लाख से अधिक घरों को कनेक्ट करेगी, 30,000
परिवारों को 2027 तक जोड़ने का लक्ष्य
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समाज पर प्रभाव: महिलाओं
को सशक्त बनाएगा, उन्हें स्वच्छ ईंधन प्रदान करेगा
निष्कर्ष:
झारखंड में एचपीसीएल गैस
नेटवर्क राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह परियोजना ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक
विकास, स्वच्छता और लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाएगी।