8 फरवरी 2024
को उत्तराखंड राज्य विधानसभा द्वारा समान नागरिक संहिता (UCC)
बिल पारित किया गया, जो 1956 में हिंदू विवाह अधिनियम के बाद राज्य का पहला बड़ा कानूनी सुधार है। यह
बिल सभी नागरिकों के लिए समान कानूनी प्रणाली स्थापित करता है, चाहे उनकी धार्मिक या सामाजिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो।
UCC के मुख्य
बिंदु:
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विवाह:
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विवाह की न्यूनतम आयु 18 वर्ष
निर्धारित की गई है।
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बहुविवाह और बाल विवाह को प्रतिबंधित किया
गया है।
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तलाक के लिए एक समान प्रक्रिया स्थापित की गई
है।
o
पंजीकृत विवाह को अनिवार्य बनाया गया है।
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विरासत:
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सभी नागरिकों के लिए समान विरासत कानून लागू
होंगे।
o
लिंग आधारित भेदभाव समाप्त होगा।
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अन्य प्रावधान:
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धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार सुरक्षित रखा
गया है।
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महिलाओं के अधिकारों को मजबूत किया गया है।
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लिव-इन रिलेशनशिप को मान्यता दी गई है।
UCC के प्रभाव:
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समानता को बढ़ावा देगा: UCC सभी
नागरिकों के लिए समान कानूनी प्रणाली स्थापित करेगा, जिससे
सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा मिलेगा।
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लैंगिक समानता: UCC लैंगिक
समानता को बढ़ावा देगा और महिलाओं के अधिकारों को मजबूत करेगा।
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सामाजिक सुधार: UCC सामाजिक
सुधारों को बढ़ावा देगा और बाल विवाह, बहुविवाह जैसी सामाजिक
बुराइयों को कम करेगा।
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आर्थिक विकास: UCC महिलाओं
को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देकर आर्थिक विकास को
बढ़ावा दे सकता है।
UCC के आलोचक:
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धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रभाव: कुछ लोगों का मानना है कि UCC धार्मिक
स्वतंत्रता पर प्रभाव डालेगा।
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सांस्कृतिक विविधता पर प्रभाव: कुछ लोगों का मानना है कि UCC सांस्कृतिक
विविधता को कम करेगा।
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कार्यान्वयन में चुनौतियां: कुछ लोगों का मानना है कि UCC के
कार्यान्वयन में कई चुनौतियां होंगी, जैसे कि सामाजिक
जागरूकता की कमी, कानूनी ढांचे की कमी और सामाजिक प्रतिरोध।
उदाहरण:
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UCC
के तहत, अब हिंदू, मुस्लिम,
सिख और ईसाई सभी के लिए विवाह की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होगी।
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UCC
के तहत, अब महिलाओं को पुरुषों के समान
संपत्ति का अधिकार होगा।
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UCC
के तहत, अब तलाक के लिए एक समान प्रक्रिया
होगी, चाहे धर्म कुछ भी हो।
निष्कर्ष:
UCC एक
महत्वपूर्ण कानूनी सुधार है जो सामाजिक न्याय, समानता और
लैंगिक समानता को बढ़ावा देगा। इसके कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं, लेकिन इसके लाभ अधिक हैं। UCC के सफल कार्यान्वयन के
लिए सामाजिक जागरूकता, राजनीतिक इच्छाशक्ति और कानूनी ढांचे
की आवश्यकता होगी।