आईक्यूएयर की विश्व वायु गुणवत्ता
रिपोर्ट के अनुसार 2022 में पीएम2.5 के स्तर के मामले में दिल्ली चौथे स्थान पर है।
2022 में, दिल्ली में औसत पीएम2.5
का स्तर 92.6 μg/m3 था। 2021 में भी दिल्ली चौथे स्थान पर रही थी।
रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर दुनिया
का सबसे प्रदूषित शहर था।
लाहौर के बाद चीन में होतान
और राजस्थान में भिवाड़ी था।
भिवाड़ी का औसत पीएम2.5 स्तर
92.7 μg/m3 था। नई दिल्ली का वार्षिक औसत पीएम2.5 स्तर 89.1 μg/m3 है।
116 राजधानी शहरों की सूची
में नई दिल्ली दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित राजधानी शहर है।
चाड में न'दजामेना
(N'Djamena) इस सूची में सबसे ऊपर है। इसमें पीएम2.5 का स्तर 89.7 μg/m3 से थोड़ा अधिक
है।
दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित
शहरों की सूची में भारत के 39 शहरों को जगह मिली है।
इन शहरों में नोएडा, गुड़गांव,
बुलंदशहर, मेरठ, चरखी दादरी, जींद, गाजियाबाद, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा जैसे शहर शामिल
हैं।
आईक्यूएयर के अनुसार, दिल्ली
का वार्षिक औसत पीएम2.5 का स्तर 2020 में 84μg/m3 और 2019 में 98.6μg/m3 था।
दिल्ली का औसत पीएम2.5 स्तर
नवंबर 2022 में सबसे अधिक था।
131 देशों में भारत आठवें स्थान
पर है। 2022 में इसका जनसंख्या भारित औसत पीएम2.5 स्तर 53.3μg/m3 था।
इस सूची में चाड, इराक, पाकिस्तान,
बहरीन, बांग्लादेश, बुर्किना फासो और कुवैत से भारत पीछे है।
आईक्यूएयर एक स्विस वायु गुणवत्ता
प्रौद्योगिकी कंपनी है। यह सरकारी निगरानी स्टेशनों के आंकड़ों के आधार पर वार्षिक
विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट तैयार करता है।
2022 की रिपोर्ट 7,323 शहरों
और 131 देशों के पीएम2.5 डेटा पर आधारित है।