अमेरिका स्थित स्पेस फाउंडेशन ने इसरो की चंद्रयान-3 मिशन
टीम को 2024 जॉन एल. “जैक”
स्विगर्ट, जूनियर पुरस्कार से सम्मानित किया
अमेरिका में स्थित स्पेस फाउंडेशन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)
की चंद्रयान-3 मिशन की टीम को 2024 जॉन एल. “जैक” स्विगर्ट, जूनियर
पुरस्कार से सम्मानित किया है। इस पुरस्कार का उद्देश्य अंतरिक्ष अन्वेषण और खोज
के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों को मान्यता देना है।
चंद्रयान-3 मिशन: भारत की उल्लेखनीय चंद्र उपलब्धि
चंद्रयान-3 मिशन इसरो द्वारा लॉन्च किया गया एक महत्वपूर्ण परियोजना थी, जिसमें भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर
लैंडर और रोवर भेजने में सफल रहा। इससे भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्र
मॉड्यूल उतारने वाला पहला देश बन गया।
इसरो की प्रतिभा और नेतृत्व का सम्मान
स्पेस फाउंडेशन ने इसरो की चंद्रयान-3 टीम को जॉन एल. “जैक” स्विगर्ट,
जूनियर पुरस्कार से सम्मानित किया और उनके अद्वितीय योगदान की
मान्यता की।
जॉन एल. “जैक” स्विगर्ट, जूनियर की
विरासत
जॉन एल “जैक” स्विगर्ट, जूनियर पुरस्कार की स्थापना 2004 में की
गई थी, जिन्होंने नासा के अपोलो 13 मिशन में महत्वपूर्ण
भूमिका निभाई थी।
अंतरिक्ष फाउंडेशन और अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति इसकी
प्रतिबद्धता
स्पेस फाउंडेशन वैश्विक अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र में सहयोग, सूचना साझाकरण और शिक्षा प्रदान करता है।
इसरो: भारत की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी है, जो वैश्विक अंतरिक्ष परियोजनाओं में अहम
भूमिका निभाता है।
इसरो की चंद्रयान-3 मिशन टीम को अमेरिकी स्पेस फाउंडेशन
द्वारा सम्मानित
अमेरिकी स्पेस फाउंडेशन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की
चंद्रयान-3 मिशन की टीम को सम्मानित किया। जॉन एल. “जैक” स्विगर्ट, जूनियर
पुरस्कार से पुरस्कृत हुए। यह मान्यता अंतरिक्ष अन्वेषण और खोज में उपलब्धियों को
सार्वजनिक करती है, और इसे एक बड़ी उपलब्धि के रूप में माना
जाता है।